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November 21, 2024 10:14 am

पंजाब राज्य के, मुख्यमंत्री भगवंतमान का क्रांतिकारक फैसला…

ऐसा जनहित का फैसला लेने वाला, पंजाब देश का पहला राज्य और पंजाब सरकार देश की पहली सरकार बनी… पंजाब के इस ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत है…यह नियम देश भर में लागू होना चाहिए…👇

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान💙श्लोक 4 . 40 & 41💙: Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान💙श्लोक 4 . 40 & 41💙: Niru Ashra

Niru Ashra: श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 40🌹🌹🌹🌹अज्ञश्र्चाद्यधानश्र्च संशयात्मा विनश्यति |नायं लोकोSस्ति न परो न सुखं संशयात्मनः || ४० || अज्ञः – मुर्ख, जिसे शास्त्रों का ज्ञान नहीं है; च – तथा; अश्रद्द धानः – शास्त्रों में श्रद्धा से विहीन; च – भी; संशय – शंकाग्रस्त; आत्मा – व्यक्ति; विनश्यति – गिर … Read more

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (066) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (066) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (066) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) जार-बुद्धि से भी भगवत्प्राप्ति सम्भव है भगवान् जय हयग्रीव बनेंगे तो भैंस होकर उनसे मैत्री कोई थोड़े जोड़ेगा। अरे, भगवान् मछली बनेंगे तो उनके साथ मछली बनाना पड़ेगा और कछुआ बनेंगे तो उनके साथ कछुआ बनना पड़ेगा। वे वराह बनेंगे तो उनके साथ वराह ही … Read more

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! अति आनन्द उछाह !! गतांक से आगे – वो श्रीराधा आज दुलहिन बनी हैं ….जो सुख तरंगिनी हैं , अपने श्याम सुन्दर के रंग रंगिनी हैं । दुलहा वो बने हैं ….जो अखिल प्रेमामृत सार सर्वस्व हैं ….और उस प्रीत सर … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 123 !!-“युगलतत्व” – एक दिव्य झाँकी भाग 2 & 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 123 !!-“युगलतत्व” – एक दिव्य झाँकी भाग 2 & 3 : Niru Ashra

Niru Ashra: 👏👏👏👏👏 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 123 !! “युगलतत्व” – एक दिव्य झाँकीभाग 2 🌷🌷🌷🌷🌷 हे स्वामिनी ! हे कृष्ण प्रिये ! हे राधिके ! हे कृष्णबल्लभा ! आपसे मेरा एक प्रश्न है ……..अगर आपकी कृपा हो तो पूछूँ ? हाँ हाँ ललिते ! पूछो ! मुस्कुराती हुयी श्रीराधिका बोलीं । आप युगल हैं ……..आप हैं … Read more

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान-श्लोक 4 . 38 & 39 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान-श्लोक 4 . 38 & 39 : Niru Ashra

Niru Ashra: श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान श्लोक 4 . 38 न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते |तत्स्वयं योगसंसिद्धः कालेनात्मनि विन्दति || ३८ || न – कुछ भी नहीं; हि – निश्चय ही; ज्ञानेन – ज्ञान से; सदृशम् – तुलना में; पवित्रम् – पवित्र; इह – इस संसार में; विद्यते – है; तत् – … Read more

प्रस्तुति🌹🌻श्री कृष्णं वन्दे 🌻🌹Niru Ashra: महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (064)&(065)

प्रस्तुति🌹🌻श्री कृष्णं वन्दे 🌻🌹Niru Ashra: महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (064)&(065)

Niru Ashra: महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (064) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) जो जैसेहि तैसेहि उठि धायीं-3 जारबुद्ध्यापि संगताः- जार शब्द का अभिप्राय बड़ा गंभीर है। जरयति इति जारः- जो भोगवासना को जला दै, उसका नाम जार है- ये श्रीकृष्ण जो हैं ये हमारी ऐन्द्रियक भोगवासना को जलाने वाला है। इसलिए जार बुद्ध्यापि संगताः इस … Read more

Niru Ashra: !! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! परमानन्दोल्लास !!&!! प्रेमोत्सव की उदधि में बाढ़ !! : Niru Ashra

Niru Ashra: !! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! परमानन्दोल्लास !!&!! प्रेमोत्सव की उदधि में बाढ़ !! : Niru Ashra

Niru Ashra: !! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! परमानन्दोल्लास !! गतांक से आगे – हे रसिकों ! ध्यान करो ! अपनी भावनामयी सेवा में इन दिनों नित्य निकुँज में चल रहे इस ब्याहुला उत्सव में सम्मिलित हो जाओ । अपने हृदय में इन ललित दम्पति को विराजमान … Read more

“श्रीराधाचरितामृतम्” 122 !!-भाग 3 जय जय नित्यविहार & “युगलतत्व” – एक दिव्य झाँकी भाग 1 : Niru Ashra

“श्रीराधाचरितामृतम्” 122 !!-भाग 3 जय जय नित्यविहार & “युगलतत्व” – एक दिव्य झाँकी भाग 1 : Niru Ashra

Niru Ashra: 🍃🍃🍃🍃🍃🍃 “श्रीराधाचरितामृतम्” 122 !! जय जय नित्यविहारभाग 3 🌲🌲🌲🌲🌲 तैयार हो गए दोनों युगलवर ………सज धज कर तैयार हो गए । सखियाँ सब नजर उतारती हैं ……….जल का पात्र घुमाकर खुद पी जाती हैं ………..ताकि नजर न लगे । आहा ! दर्शन करते हुए देहभान भूल रही हैं सखियाँ …….पर सम्भाले हुए हैं … Read more