इति श्रीराधाचरितामृतम् -भाग 1, महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (139),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! & श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra
🍁🍁🙏🙏🍁🍁 ( इति श्रीराधाचरितामृतम् )भाग 1 👏👏🌹🌹👏👏 ये है वृन्दावन ! वृन्दावन ! वृन्दावन ! वृन्दावन ! आनन्दित हो उठे थे ये बताते हुए महर्षि शाण्डिल्य वज्रनाभ को । और ये ? ओह ! क्या उन्मत्त प्रेमी बन गए थे महर्षि ……….चाल बदल गयी थी ……………ये गोपेश्वर महादेव ! यहीं ! भगवान प्रलयंकर महादेव ! … Read more