🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(65-2),श्रीकृष्णकर्णामृत – 110 तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..6️⃣5️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 सुनिय सुधा देखिय गरल………📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! उस समय माण्डवी भाभी नें अपनें दोनों बाहें फैला ली थीं ……….. मैं बाहर निकल गया था ………………. एक बार इस अभागिन माण्डवी को अपनें हृदय से तो लगा लो … Read more