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लंदन : दिनाँक 11-09-2024
- केशव बटाक ने मोहन भागवत को लिखा जन्म दिवस पर बधाई पत्र
” मोदी सरकार बिना वक्त गंवाये भारत को घोषित करे हिन्दू राष्ट्र ” : NRI केशव बटाक - अभी यह टर्म सुनहरा मौका, क्योंकि ‘कल कभी नहीं आता’ : कन्वीनर, एनआरआई ग्रुप
लंदन। ‘ भारत को हिन्दू राष्ट्र ‘ बनाने के प्रबल पैरोकार NRI केशव बटाक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत को लिखे जन्म दिवस पर बधाई पत्र में भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए मोदी सरकार पर नैतिक दबाव बनाने पर जोर दिया है। NRI ग्रुप, लंडन-यूके के कन्वीनर केशव बटाक ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत जी को भेजे जन्म दिवस के बधाई पत्र में लिखा कि मोदी सरकार को बिना वक्त गंवाये भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए। मोदी सरकार को संसद में पूर्ण बहुमत है। भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने में मोदी सरकार को कोई अड़चन नहीं होनी चाहिए। भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना भारत के बहुसंख्यक हिन्दुओं का हक है। भारत सदियों से हिन्दू राष्ट्र है, बस इसे संवैधानिक प्रावधानों के तहत हिन्दू राष्ट्र घोषित करना बाकी है। मोदी सरकार का यह टर्म भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए एक सुनहरा अवसर है। इस तीसरे टर्म में ही भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए। क्योंकि कल कभी नहीं आता। जो है वो आज ही है, अभी ही है। NRI केशव बटाक ने मोहन भागवत को पत्र में आगे लिखा कि सशक्त व समर्थ ‘ हिन्दुस्तान दुनिया के अमन-चैन की जरूरत है। चरमपंथियों के आतंक से दुनिया खौफ में है। चरमपंथियों को ‘ हिन्दुत्व ‘ के सिद्धांत से ही ठिकाने लगाया जाया सकता है।
चरमपंथियों के लिए हिन्दुस्तान में कोई जगह नहीं हो सकती है। श्रीराम और श्रीकृष्ण के राष्ट्रप्रेम के आदर्श वाले भारत में ‘ हिंसात्मक चरमपंथ ‘ के कट्टरपंथियों को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। ऐसों की जगह उनके अराजकता वाले पसंदीदा देशों में ही हो सकती है, जहाँ कोई जाना पसंद नहीं करता है।
भारत में ऐसे ‘ बाइज्जत शहरियों ‘ को ‘ समान नागरिक संहिता ‘ और ‘ एक देश एक विधान ‘ की नकेल डाल कर रखने की जरूरत है। भारत अब ‘ बांग्लादेश और जम्मू-कश्मीर ‘ का दोहराव नहीं चाहता है। भारत को अपने बहुसंख्यक हिन्दू समाज के हितों को देखते हुए कठोर संवैधानिक प्रावधानों को सुनिश्चित करने की जरूरत है।
वक्फ बोर्ड की समाप्ति, पर्सनल लॉ, हिन्दू धर्मस्थलों की सरकारी नियंत्रण से विमुक्ति जैसे असंगत कानूनों को जल्द समाप्त करने की जरूरत है। आधुनिक भारत को ऐसे ब्रेकरों की जरूरत नहीं है। आरएसएस को इन मुद्दों पर मोदी सरकार को अमल के लिए कहा जाना चाहिए।
ऐसे टाइमपास कर भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ नहीं बनाया जा सकता है। भारत के सिर से ‘सेक्युलर राष्ट्र’ की टोपी उतार फेंकने की जरूरत है। मोदी सरकार के लिए यह तीसरा कार्यकाल ‘ करो या मरो ‘ जैसा है। फिर यह मौका मिले कि नहीं ? कहना मुश्किल है। अभी ही भारत को सारे कलंकों से मुक्त कर देना चाहिए।
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NRI ग्रुप, लंडन-यूके
