માણાવદરથી પૂજ્ય ગુરુદેવ શ્રી નથુરામ શર્માજીનાં શિષ્ય શ્રી મયુરભાઈ રાવલ શ્રી સિધ્ધ ગાયત્રી શક્તિપીઠ, રાજકોટ ખાતે માતાજીનાં દર્શનાર્થે અને પુ. ગુરુદેવ શ્રી સ્વરૂપાનંદજી – “માડી” નાં આશીર્વાદ લેવા માટે તા. 13 ફેબ્રુઆરી, સવારે 9.30 વાગે પધાર્યા ત્યારે માડીનાં નિત્ય હવનનો લાભ લીધો. આ મુલાકાત તેમનાં જ શબ્દોમાં.. 👇
।जय गायत्री मा। नर्मदे हर।
झालावाड़ के वढवाण नगर के विप्र नटवरलाल आचार्य के सुपुत्र सौराष्ट्र यूनिवरसिटी के सर्व प्रथम इतिहास में शोध महा निब्ध सौराष्ट्रमां झाला राजवंशनना शासननो इतिहास सन 1974 प्रस्तुत किया था। राजकोट की श्री धर्मेन्द्रसिंहजी आर्टस कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल भी रह चुके है। 82 साल के डॉ. इंद्रवदन नटवरलाल आचार्य अब प्रगट मा स्वरूप स्वारूपनंद “माडी” के नाम से मशहूर है। राजकोट में ‘युग शक्ति’, श्री सिद्ध गायत्री शक्तिपीठ 5/11 जंक़शन प्लॉट में निजी निवासस्थान है। मां गायत्री की उपासना के साथ झालावाड़ का इतिहास का कार्य कर रहे है ।अग्निहोत्री भूदेव है। नित्य याग कर रह है। 13/02/2022 के दिन माडी का दर्शन हुआ।गिरनार क्षेत्र जूनागढ़ में बाहूदीन कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में भी सेवा कार्य किया था। इस कोलेज के पूर्व प्रिंसिपल वाय पी देसाई सर, गायत्री शक्तिपीठ के जनक कवि पथिक जी,भैया भावेश जादव काफे गार्डन वाले जूनागढ़ का विशेष स्मरण हुआ। मानावदर और आनंद आश्रम को पधारे यह निमंत्रण भी मैंने दिया है। माडी के सुपुत्र मनोजभाई और श्रीमती नयना बहन आचार्य उनकी सेवारत है। आप 9898 3232 05 या 98244 17344 पर उनका संपर्क कर सकते हो।
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