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November 22, 2024 11:32 am

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!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 96 !!-जब मथुरा पहुँचें उद्धव…भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 96 !!-जब मथुरा पहुँचें उद्धव…भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 96 !!

जब मथुरा पहुँचें उद्धव…
भाग 3

रथ आता हुआ दिखाई दिया ………………सामनें से रथ आरहा था ।

अक्रूर ! ये रथ तो ? वसुदेव जी नें पूछा अक्रूर से ।

अरे ! इसमें तो उद्धव बैठा है ………..और ये उद्धव कैसा हो गया ?

श्रीकृष्ण नें उद्धव को सामनें से आते हुए देखा ………रथ को छोड़ दिया है उद्धव नें …………पैदल आरहे हैं …………….

धूल से सनें हुए हैं ……..नेत्रों से प्रेमाश्रु बह रहे हैं …………..

दौड़े उद्धव जब अपनें प्यारे श्रीकृष्ण को दूर से अपनी ओर ही आते देखा तो ………………श्रीकृष्ण भी दौड़े …………

वसुदेव और अक्रूर कुछ समझ नही पा रहे कि ये क्या हो रहा है !

पास में जाकर रुक गए उद्धव ……………

कृष्ण गले लगानें के लिये आगे बढ़ थे …..कि ……रोक दिया उद्धव नें ।

कृष्ण रुके ……….उद्धव को नीचे से लेकर ऊपर तक देखा कृष्ण नें ……

मुस्कुराये ……..नेत्रों में जल भर आये थे कृष्ण के …………..

“क्यों किया आपनें ऐसा” बोलिये ! क्यों किया ?

क्या बिगाड़ा था उन लोगों नें आपका ? क्यों रुला रहे हो उन बेचारों को ? उद्धव की लाल लाल आँखें हो गयी थीं ………अभी भी आँखें बरस ही रही थीं ……………

उद्धव ! कहाँ गए थे तुम ? अक्रूर नें आगे बढ़कर पूछा ।

पर उद्धव को आज अक्रूर से कोई मतलब नही है ………….

बताओ श्यामसुन्दर ! क्यों किया श्रीराधा के साथ ऐसा अन्याय ?

बेचारी रोती रहती हैं…………..

अरे भई ! कौन रोता है ? हमें भी तो बताओ ?

वसुदेव जी नें पूछा था उद्धव से ।

पर उद्धव और कृष्ण आज किसी की नही सुनेगें …………..

चलो मेरे साथ वृन्दावन ! चलो ! उद्धव नें हाथ पकड़ा कृष्ण का और !

उद्धव ! पहले चलो मेरे कक्ष में …………….हाथ उद्धव का पकड़ा कृष्ण नें ………..और बिना किसी से कुछ बातें किये ……….अपनें कक्ष में ले गए ……और भीतर से कुण्डी लगा ली ।

उद्धव !

अपनें हृदय से लगा लिया  कृष्ण नें उद्धव को  ...और खूब रोये ।

तुम्हे मेरी मैया यशोदा मिली ? मेरे बाबा ? मेरी गोपियाँ ?

   और !    रुक गए  ये कहते हुए ......आवाज रुक गई .......हिलकियाँ फूट पडीं .............मेरी  राधा !     मेरी राधा कैसी है  ?      

उद्धव अपलक देख रहे हैं कृष्ण को ……और ऐसे देख रहे हैं जैसे कोई किसी अपराधी को देखता है ………………

वाह ! उनको रुला कर तुम्हे अच्छा लग रहा है ?

कृष्ण नें उद्धव के मुख की ओर देखा ………..

शेष चरित्र कल –

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Author: admin

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