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06-04-2024
- केशव बटाक का डीडीए चेयरमैन को पत्र
DDA को दीपेश टंडेल की दादागिरी बर्दाश्त नहीं करके प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दीपेश टंडेल को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए : केशव बटाक - अन्यथा आसामाजिक तत्वों के बढ़ेंगे हौसले और ऐसे आसामाजिक तत्व बार-बार दिलीपनगर की शाँति को करते रहेंगे भंग केशव बटाक ने दिलीपनगर डेवलपमेंट एसो. (डीडीए) के कर्णधारों को दायित्वबोध कराते हुए दीपेश टंडेल को सबक सिखा कर दादागिरी करने वालों को कड़ा संदेश देने का मशवरा दिया है। केशव बटाक ने डीडीए चेयरमैन लखम टंडेल को भेजे पत्र में लिखा कि डीडीए को दीपेश टंडेल की दादागिरी बर्दाश्त नहीं करनी चाहिए, वर्ना ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। डीडीए को नहीं भूलना चाहिए कि दीपेश टंडेल ने डीडीए पदाधिकारियों- डीडीए महिला मंडल की महिलाओं की सरेआम बेइज्जती (06-12-23) की थी और दिलीपनगर के सुरक्षा द्वार का ताला तोड़ ( मार्च 2024) घुसपैठ करने और दिलीपनगर में धार्मिक विद्वेष फैलाने (04-11-23) का दुस्साहस किया था। इस पर डीडीए को दीपेश टंडेल पर सख्त रूख अपनाना चाहिए था। मगर डीडीए नेतृत्व पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के शीर्ष पदाधिकारियों को पत्र लिख कर और सूरत में पूर्णेश मोदी की चरणवंदना कर के डीडीए की मीटिंग पर मीटिंग कर रहा है! इसके बजाय डीडीए के सभी पदाधिकारियों को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के दीपेश टंडेल की दादागिरी और डीडीए के मामलों में दीपेश टंडेल के बेवजह के हस्तक्षेप को उजागर करना चाहिए। साथ ही डीडीए को एकजुट होकर मजबूती से दीपेश टंडेल के खिलाफ़ लीगल एक्शन लेना चाहिए, अन्यथा आसामाजिक तत्वों के हौसले बढ़ेंगे और ऐसे आसामाजिक तत्व बार-बार दादागिरी कर दिलीपनगर की शाँति को भंग करते रहेंगे। जुल्म सहना भी अन्याय है। इस लिए डीडीए नेतृत्व को बिना संकोच किए प्रेस कॉन्फ्रेंस का ब्रह्मास्त्र निकाल कर सरसंधान करना चाहिए। डीडीए को मेरे साथ-सहकार की जरूरत हो तो मैं सहयोग देने को तैयार हूँ।
लि.
केशव बटाक
( सामाजिक कार्यकर्ता, दमण )
