11-10-2024
- केशव बटाक ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
” रतन टाटा जी को मरणोपरांत ‘ भारत रत्न ‘ से सम्मानित करे सरकार, पारसी समाज, टाटा ग्रुप और रतन टाटा भारत का गौरव हैं ” : NRI केशव बटाक
♦️ भारत में विदेशी धर्म के उन अनुयायियों को पारसी धर्म और रतन टाटा दोनों से देशभक्ति सीखनी चाहिए जो भारत में रह कर भी दिन-रात भारत विरोधी हरकतों में लगे रहते हैं : कन्वीनर, NRI Group, London, UK
लंदन। NRI केशव बटाक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को पत्र लिख कर दिवंगत रतन नवल टाटा जी मरणोपरांत ‘ भारत रत्न ‘ से सम्मानित करने की मांग की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को सेन्ट्रल लंदन से भेजे पत्र में NRI ग्रुप के कन्वीनर केशव बटाक ने लिखा कि उद्योगऋषि रतन नवल टाटा जी को मरणोपरांत ‘ भारत रत्न ‘ से सम्मानित करने का मेरा आपसे अनुरोध है। रतन टाटा जी को ‘ भारत रत्न ‘ सम्मान बहुत पहले ही मिल जाना चाहिए था। रतन टाटा जी जैसी महान विभूतियों के सम्मान से सम्मान का भी सम्मान बढ़ता है। स्व. रतन टाटा जी की उद्यमिता के साथ परोपकारिता और दानशीलता उद्योगपतियों के लिए प्रेरणादायी है। रतन टाटा जी को मरणोपरांत ‘ भारत रत्न ‘ सम्मान देश के अन्य उद्यमियों को देश और समाज के प्रति परोपकारिता के लिए प्रेरित करेगा। भारत की पहचान बन चुके टाटा के दिवंगत चेयरमैन रतन टाटा जी को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग देश व सात समंदर पार लंदन, युके से भी हो रही है। अपने कार्यों और दानशीलता से भारतीयता को गौरवान्वित करने वाले रतन टाटा जी तो ‘ भारत रत्न ‘ से भी कोई बड़ा कोई नागरिक सम्मान हो तो वे उसके भी हक़दार हैं। मेरा प्रस्ताव है कि भारत सरकार राष्ट्रपति जी को ‘ भारत रत्न ‘ से संबंधित आगामी सिफारिश-पत्र में स्व. रतन टाटा जी का नाम मरणोपरांत ‘ भारत रत्न ‘ से सम्मानित होने वाली विभूतियों में सम्मिलित करे। यह करोड़ों भारतवासियों की भी इच्छा है। विदेशी मूल व धर्म के होने के बावजूद पारसी समाज, टाटा घराना और उसके सपूत रतन टाटा जी के योगदानों ने भारत को गौरवान्वित किया है, यह भारत में रहने वाले उन कथित विदेशी धर्म के अनुयायियों के लिए भी प्रेरणादायी है जिनके अधिकांश लोग भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हैं, और भारत के लिए नासूर बन चुके हैं। भारत के उद्योगऋषि रतन टाटा जी को मेरा नमन् और भावभीनी श्रद्धांजलि।
लि.
केशव बटाक
( कन्वीनर, NRI ग्रुप, लंडन, युके)
