आज भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वी जन्म जयंती के पावन अवसर पर हमारे दमण के आदिवासी समाज के कार्यक्रम मे उपस्थित रहने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। भगवान बिरसा मुंडा जी को शत शत नमन एवं वंदन ।भगवान बिरसा मुंडा जी,अमर रहे,अमर है ।
बिरसा मुंडा जयंती 2024: आज बिरसा मुंडा जयंती है। आज भी जब लोग झारखंड की ओर देखते हैं तो इस शख्स के बारे में जरूर जानना चाहते हैं। यह शख्स प्रकृति प्रेम की मिसाल है और आज भी लोग जल, जंगल और जमीन की बात होने पर उन्हें याद करते हैं। ऐसे में इस खास दिन पर आपको बिरसा मुंडा जयंती के बारे में जरूर जानना चाहिए। तो चलिए एक बार विस्तार से जानते हैं कि बिरसा मुंडा कौन थे, बिरसा मुंडा का क्या योगदान था और फिर उन्हें 150वीं बिरसा मुंडा जयंती की शुभकामनाएं (birsa munda jayanti wishe) देते हैं।
कौन थे बिरसा मुंडा-कौन हैं बिरसा मुंडा?
बिरसा मुंडा एक युवा स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासी समुदाय के नेता थे। बिरसा मुंडा मुंडा जनजाति से ताल्लुक रखते थे। उनका जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड में हुआ था। बिरसा ने ‘उलगुलान’ या ‘द ग्रेट टुमल्ट’ नामक आंदोलन शुरू किया था। उस समय लोग उन्हें “धरती अब्बा” कहकर पुकारते थे, जिसका अर्थ है “पृथ्वी का पिता”। उन्होंने ब्रिटिश मिशनरियों और उनकी धर्मांतरण गतिविधियों के खिलाफ एक बड़ा धार्मिक आंदोलन खड़ा किया। उन्होंने मुख्य रूप से मुंडा और उरांव आदिवासी समुदाय के लोगों की मदद से ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण गतिविधियों के खिलाफ विद्रोह किया। उन्होंने जल, जंगल, जमीन और आदिवासियों के लिए बहुत कुछ किया है।
