ACCEPT YOUR SELF THE WAY YOU ARE. COMPLETE YOUR JOURNEY FROM NAR SE NARAYAN..
किसी से किसी भी तरह की प्रतिस्प्रदा की आवश्कता नही है , आप स्वयम में जैसे है एकदम सही है ,खुद को स्वीकारिये, जिस दिन तुम खुद को स्वीकारने के काबिल हो जाते हो ,उसी दिन ध्यान उपलब्ध हो जाता है,उसी दिन तुम्हारी बाहर की सभी दौड़ बंद हो जाती है ,हम बाहर दौड़ते ही इस लिए है कि स्वयंम से बच सके ,आप एक घंटा मौन होकर बैठे तो आप को पता चल जाएगा कि आप के अंदर जो जो बुराइयां है सब आपके सामने प्रकट होने लगेगी ,जिस व्यक्ति को अपनी बुराईयां दिखाई पड़ जाये तो बुराईयाँ मिटने लग जाती है ,अब हमारा देखने का नजरिया जो है वो दुसरो में बुराई देखने का है,जिस दिन हम अपने अंदर बुराई देखने लगते है उसी दिन हमारे व्यक्तितव का जन्म हो जाता है,देखने का नजरिया बदलो फिर सब बदल जाता है ,जिस दिन तुम स्वंयम को जान लेते हो उसी दिन दुसरो को भी जान सकोगे,स्वंयम को जाने से बड़ा ज्ञान इस जगत में दूसरा नही है।
पिकासो (Picasso) स्पेन में जन्मे एक अति प्रसिद्ध चित्रकार थे। उनकी पेंटिंग्स दुनिया भर में करोड़ों और अरबों रुपयों में बिका करती थीं…!!
एक दिन रास्ते से गुजरते समय एक महिला की नजर पिकासो पर पड़ी और संयोग से उस महिला ने उन्हें पहचान लिया। वह दौड़ी हुई उनके पास आयी और बोली, ‘सर, मैं आपकी बहुत बड़ी फैन हूँ। आपकी पेंटिंग्स मुझे बहुत ज्यादा पसंद हैं। क्या आप मेरे लिए भी एक पेंटिंग बनायेंगे…!!?’
पिकासो हँसते हुए बोले, ‘मैं यहाँ खाली हाथ हूँ। मेरे पास कुछ भी नहीं है। मैं फिर कभी आपके लिए एक पेंटिंग बना दूंगा..!!’
लेकिन उस महिला ने भी जिद पकड़ ली, ‘मुझे अभी एक पेंटिंग बना दीजिये, बाद में पता नहीं मैं आपसे मिल पाऊँगी या नहीं।’
पिकासो ने जेब से एक छोटा सा कागज निकाला और अपने पेन से उसपर कुछ बनाने लगे। करीब 10 सेकेण्ड के अंदर पिकासो ने पेंटिंग बनायीं और कहा, ‘यह लो, यह मिलियन डॉलर की पेंटिंग है।’
महिला को बड़ा अजीब लगा कि पिकासो ने बस 10 सेकेण्ड में जल्दी से एक काम चलाऊ पेंटिंग बना दी है और बोल रहे हैं कि मिलियन डॉलर की पेंटिग है। उसने वह पेंटिंग ली और बिना कुछ बोले अपने घर आ गयी..!!
उसे लगा पिकासो उसको पागल बना रहा है। वह बाजार गयी और उस पेंटिंग की कीमत पता की। उसे बड़ा आश्चर्य हुआ कि वह पेंटिंग वास्तव में मिलियन डॉलर की थी…!!
वह भागी-भागी एक बार फिर पिकासो के पास आयी और बोली, ‘सर आपने बिलकुल सही कहा था। यह तो मिलियन डॉलर की ही पेंटिंग है।’
पिकासो ने हँसते हुए कहा,’मैंने तो आपसे पहले ही कहा था।’
वह महिला बोली, ‘सर, आप मुझे अपनी स्टूडेंट बना लीजिये और मुझे भी पेंटिंग बनानी सिखा दीजिये। जैसे आपने 10 सेकेण्ड में मिलियन डॉलर की पेंटिंग बना दी, वैसे ही मैं भी 10 सेकेण्ड में न सही, 10 मिनट में ही अच्छी पेंटिंग बना सकूँ, मुझे ऐसा बना दीजिये।’
पिकासो ने हँसते हुए कहा, ‘यह पेंटिंग, जो मैंने 10 सेकेण्ड में बनायी है…
इसे सीखने में मुझे 30 साल का समय लगा है। मैंने अपने जीवन के 30 साल सीखने में दिए हैं..!! तुम भी दो, सीख जाओगी..!!
वह महिला अवाक् और निःशब्द होकर पिकासो को देखती रह गयी…!!
दोस्तो, जब हम दूसरों को सफल होता देखते हैं, तो हमें यह सब बड़ा आसान लगता है…!!
हम कहते हैं, यार, यह इंसान तो बड़ी जल्दी और बड़ी आसानी से सफल हो गया….!!!
लेकिन उस एक सफलता के पीछे कितने वर्षों की मेहनत छिपी है, यह कोई नहीं देख पाता….!!!
सफलता तो बड़ी आसानी से मिल जाती है, शर्त यह है कि सफलता की तैयारी में अपना जीवन कुर्बान करना होता है…!!
जो खुद को तपा कर, संघर्ष कर अनुभव हासिल करता है, वह कामयाब हो जाता है लेकिन दूसरों को लगता है कि वह कितनी आसानी से सफल हो गया…!!
परीक्षा तो केवल 3 घंटे की होती है,
लेकिन उन 3 घण्टों के लिए पूरे साल तैयारी करनी पड़ती है तो फिर आप रातों-रात सफल होने का सपना कैसे देख सकते हो…!!?
सफलता अनुभव और संघर्ष मांगती है और, अगर आप देने को तैयार हैं, तो आपको आगे जाने से कोई नहीं रोक सकता….!!!
चलता रह पथ पर,
चलने में माहिर बन जा…!!
या तो मंजिल मिल जाएगी,
या अच्छा मुसाफ़िर बन जाएगा….!!


Author: admin
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