श्री सीताराम शरणम् मम 1️⃣4️⃣7️⃣भाग 2,“श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा-118, अध्यात्म पथ प्रदर्शक तथा सिर्फ़ साधकों के लिए भाग-41: Niru Ashra
Niru Ashra: 🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏🌺भाग 1️⃣4️⃣7️⃣🌺मै जनक नंदिनी ,,,भाग 2 🌱🌻🌺🌹🌱🥰🌻🌺🌹🌾💐 “वैदेही की आत्मकथा” गतांक से आगे मैं वैदेही ! मैने गौरूपा माँ धरा को छूआ …………..नही माँ ! आपकी ही पुत्री हूँ ……सहनशीलता आपसे ही प्राप्त किया है मैने । इतना कहते हुये मैं माँ धरा के सामनें झुकी ………..तब … Read more