श्रीकृष्णचरितामृतम्-!! हा सखे, दर्शय – “रासपञ्चाध्यायी” !!-भाग 2 : Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! हा सखे, दर्शय – “रासपञ्चाध्यायी” !! भाग 2 ललिता दौड़ी ………चन्द्रावली ! ये तो हमारी स्वामिनी हैं ! उफ़ ! कैसा क्रन्दन था ……कैसा करुण विलाप था…..श्रीराधारानी का विरह देखकर तो वृन्दावन भी मानों सुबक रहा हो ……ऐसा लगता था । हिचकियाँ शुरू हो गयीं थीं कज्जल मिश्रित अश्रु उन गोरे कपोलों को … Read more