*श्रीकृष्णचरितामृतम्**!! “जे तो जूठो खावे” – भक्तिवश्य भगवान् !!**भाग 4* : Niru Ashra
*श्रीकृष्णचरितामृतम्**!! “जे तो जूठो खावे” – भक्तिवश्य भगवान् !!* *भाग 4* कुटिया में गया ……मनसुख की माता पौर्णमासी ध्यान में लीन थीं ।मनसुख खोजनें लगा गुड़ …………पूरी कुटिया इधर उधर कर दी ……सारा सामान अस्त व्यस्त कर दिया ……..पर गुड़ नही मिला ।विध्न हुआ ध्यान में तो पौर्णमासी का ध्यान टूटा ……..उनका पुत्र मनसुख कुछ खोज … Read more