🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(87-1),मिथिला के भक्त – 17,: श्री भक्तमाल (056) तथा श्रीमद्भगवद्गीता: नीरु आशरा
Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..8️⃣7️⃣भाग 1 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 मैं वैदेही ! प्रिये ! अकारण न मैं आया हूँ इस धरा धाम में …न तुम । उस दिन साकेत बिहारी प्रकट थे….और मैं उनकी आल्हादिनी सीता । लक्ष्मण उस दिन अकेले गए थे कन्दमूल फल लेनें …….तब एकान्त … Read more