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November 21, 2024 10:11 am

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-रसातुर युगल – “बिहरत दोऊ प्रीतम कुंज” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-रसातुर युगल – “बिहरत दोऊ प्रीतम कुंज” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( रसातुर युगल – “बिहरत दोऊ प्रीतम कुंज” ) गतांक से आगे – दो ही मार्ग हैं …एक प्यास का और एक तृप्ति का । ज्ञान का मार्ग है तृप्ति का मार्ग …कि बस हो गया । अब कुछ नही चाहिए । किन्तु प्रेम का मार्ग है … Read more

!! उद्धव प्रसंग !!-{ कृष्ण के पिता नन्द जी का अद्भुत वात्सल्य }भाग-8 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ कृष्ण के पिता नन्द जी का अद्भुत वात्सल्य }भाग-8 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !! { कृष्ण के पिता नन्द जी का अद्भुत वात्सल्य }भाग-8 अपि स्मरति नः कृष्णो मातरं सुहृदः सखिन् ।(श्रीमद्भागवत) लम्बी सफेद दाढ़ी… गठीला शरीर… हाथ में एक बड़ी-सी लाठी लिए हुए… सिर में पीली पगड़ी बाँधे…मस्तक में पीला चन्दन । यही तो हैं कृष्ण के पिता…नही नही… पिता तो वसुदेव हैं… ये … Read more

!!श्रीराधाचरितामृतम्” 73 !!- जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 1 : Niru Ashra

!!श्रीराधाचरितामृतम्” 73 !!- जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 1 : Niru Ashra

“श्रीराधाचरितामृतम्” 73 !! जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 1 मेरा शब्द ज्ञान, पर इनका अनुभव गम्य ज्ञान …….मेरा शब्द ज्ञान कैसे गलित होता जा रहा था – मैं समझ रहा था । उद्धव उस रात यही सोचते रहे……..सोया कोई नही ……वैसे – “कृष्ण के जानें के बाद नींद भी हम सब से रूठ … Read more

निधिवन वृदांवन 🚩 : Kusuma Giridhar

निधिवन वृदांवन 🚩 : Kusuma Giridhar

निधिवन वृदांवन 🚩 🌸🏵️रहस्यमयी और अलौकिक निधिवन – यहाँ आज भी राधा संग रास रचाते है कृष्ण, जो भी देखता है हो जाता है पागल🌸🏵️ 🌼भारत में कई ऐसी जगह है जो अपने दामन में कई रहस्यों को समेटे हुए है ऐसी ही एक जगह है वृंदावन स्तिथ निधि वन जिसके बारे में मान्यता है … Read more

!! उद्धव प्रसंग !!-{ “बाबरी मैया यशोदा” } भाग-7 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ “बाबरी मैया यशोदा” } भाग-7 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !! { “बाबरी मैया यशोदा” }भाग-7 यशोदा बार बार यौं भाखे…(श्री सूरदास) धीरे से द्वार खोला था नन्द महल का, मनसुख ने । पर द्वार खोलने से पहले उद्धव को मनसुख ने बताया था… पहले हम लोग दिन भर यहीं पड़े रहते थे… रात में भी बड़ी मुश्किल से नन्दमहल को छोड़कर … Read more

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( रस जगत – “मदन मथत घन निकुँज खेलत हरि” ): Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( रस जगत – “मदन मथत घन निकुँज खेलत हरि” ): Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( रस जगत – “मदन मथत घन निकुँज खेलत हरि” ) गतांक से आगे – “क्या बनूँ ? “ किन्ही ऊँचे रसिक प्रेमी के पद की रज बन जा । उनके पग को चूम ले । उसी से तेरा हृदय प्रेम प्रकाश से प्रकाशित हो उठेगा । … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 72 !!-नन्द यशोदा को उद्धव का ज्ञानोपदेश भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 72 !!-नन्द यशोदा को उद्धव का ज्ञानोपदेश भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 72 !! नन्द यशोदा को उद्धव का ज्ञानोपदेशभाग 3 उद्धव ! तुम कहते हो तो बात ठीक ही होगी ………..क्यों की बृहस्पति के शिष्य हो तुम ……….ज्ञानियों में सर्वश्रेष्ठ हो …………बुद्धिमान हो । “हम तो गंवार हैं” …..नन्दराय के मन में दीन भाव का उदय हो गया था …..युगल नयनों से अश्रु धार … Read more

વૃક્ષારોપણ દેવકા તાઈવાડ સ્કૂલના પ્રાંગણમાં કરવામાં આવ્યું : President Lion Ilaben Tailor

વૃક્ષારોપણ દેવકા તાઈવાડ સ્કૂલના પ્રાંગણમાં કરવામાં આવ્યું : President  Lion Ilaben Tailor

દમણ.આઝાદી મળ્યા પછીના 76 વર્ષ દરમિયાન ભારતની વસ્તી 36 કરોડ માંથી વધીને 130 કરોડની ઉપર થઈ ગઈ છે. વસ્તી વધારાને લીધે આપણા દેશમાં અનેક ગંભીર સમસ્યાઓ સર્જાય છે. વધતી વસ્તીને વસાવવા માટે વધુ જમીનની જરૂર પડે છે. આ જમીન ઉપરથી વૃક્ષોનું નિકંદન કાઢવામાં આવ્યું છે તે ઉપરાંત હવા પાણી અને અવાજનું પ્રદૂષણ પણ ભયજનક હદે … Read more

!! उद्धव प्रसंग !!-{ जब ते बृज तजि गए कन्हाई } भाग-6 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ जब ते बृज तजि गए कन्हाई } भाग-6 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !! { जब ते बृज तजि गए कन्हाई }भाग-6 प्राण मीन दिन दीन दूबरे, दसा दुसह अब आई…(कृष्ण गीतावली) ये क्या ! वृन्दावन की सीमा में पाँव रखते ही मुझे ये कैसा अनुभव हो रहा है ! उद्धव स्तब्ध से हो गए थे । कृष्ण के आदेशानुसार… रथ से उतरे थे उद्धव … Read more

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( “सदा बसन्त रहत श्रीवृन्दावन” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( “सदा बसन्त रहत श्रीवृन्दावन” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( “सदा बसन्त रहत श्रीवृन्दावन” ) गतांक से आगे – मुझ से भजन नही होता , मुझ से ध्यान भी नही होगा , मैं साधना नही कर सकूँगा । ऐसी स्थिति में मुझे बताइए कि मेरा कल्याण होगा ? होगा तो कैसे होगा ? “ जोनी कक्कड़” … Read more