श्रीकृष्णचरितामृतम्-! प्रेम की बोली अटपटी – “गोपिकागीतम्” !!-भाग 1 : Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! प्रेम की बोली अटपटी – “गोपिकागीतम्” !! भाग 1 तात ! प्रेम का एक मापदण्ड कहाँ ? हाँ ज्ञान का एक मापदण्ड है …..योग का एक मापदण्ड है…..पर प्रेम का कोई मापदण्ड नही । वहाँ तो स्तुति करना प्रेम , गाली देना प्रेम, वहाँ प्रसन्न होता प्रेम तो रूठना भी प्रेम ……उफ़ ! … Read more