श्रीकृष्णचरितामृतम्-! हे सखे ! नही सुननी तेरी कथा – “गोपिकागीतम्” !!-भाग 1 : Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! हे सखे ! नही सुननी तेरी कथा – “गोपिकागीतम्” !! भाग 1 क्यों रिसाय रही हो प्यारी ! मैं तुम लोगों से बहुत प्रेम करता हूँ ……तुम्हारे प्रेम की स्वर्णमयी ज़ंजीर नें ही तो मुझे बांध रखा है…..तुम लोग जो कहोगी मैं वहीं करूँगा ।……..गोपियों को स्पष्ट लग रहा है कि श्याम सुन्दर … Read more