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October 27, 2025 3:15 pm

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( सखीत्व ही साध्य है – “हौं बलि जाऊँ नागरी श्याम”) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( सखीत्व ही साध्य है – “हौं बलि जाऊँ नागरी श्याम”) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( सखीत्व ही साध्य है – “हौं बलि जाऊँ नागरी श्याम”) गतांक से आगे – रसोपासक को युगल सेवा में ही सुख मिलता है …सेवा से कुछ पाना इनका लक्ष्य नही है …अपितु सेवा से सेव्य को सुख पहुँचाना ही इनका लक्ष्य है । अपना सुख है … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 69 !! बृज के बिरही लोग बेचारे…भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 69 !!      बृज के बिरही लोग बेचारे…भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 69 !! बृज के बिरही लोग बेचारे…भाग 3 यही ग्वाल बाल जो बढ़ चढ़ कर बोले जा रहे थे ………….अब वही बोल भी नही पा रहे थे । नही आया ? ओह ! रोना, सुबकना , ये तो सामान्य बात है …………….जड़वत् हो गए थे कुछ देर के लिये । तुम कौन हो … Read more