!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 127 !! : Niru Ashra
Niru Ashra: कृष्ण प्रेमगीता( भाग ४ ) आत्माराम जब अपनी आत्मा में लीन हो तो समस्त सृष्टि इनमे समा जाती है…. कुछ समय बाद आंखे खोली तो सारी रानियो के ह्रदय में वही प्रेम की ज्योती उन्हें दिखाई दी…. मुस्कुराए कृष्ण फिर बोले अब क्या प्रश्र है???जामवंती रानी ने पूछा , नाथ ! कृपा कर … Read more