श्रीसीतारामशरणम्मम(25-1),“प्रेम में विरह”(43),श्रीमद्भगवद्गीता & भक्त नरसी मेहता चरित (44) : नीरु आशरा
🙏🥰 #श्रीसीतारामशरणम्मम 🥰🙏 #मैंजनकनंदिनी…. 2️⃣5️⃣भाग 1 मातासीताकेव्यथाकी_आत्मकथा🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 #भवफन्दफेरनहारपुनिपुनि , #स्नेहगाँठजुरावहीं….. 📙( #रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 #मैवैदेही! …………….मेरी चुनरी के एक छोर से श्रीरघुनंदन के पीले पटुका के कोर को बाँधा जा रहा हैं ………..नही ये वो विवाह की विधि है ………इसका सन्देश है कि दोनों दूल्हा दुल्हिन प्रेम के बन्धन में बन्धे रहें ………अथवा ये भी कह … Read more