🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(64-3),: श्रीकृष्णकर्णामृत – 108 तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
[] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी.6️⃣4️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱💥🌺🌹🌱💥🌺🌹🌾🌷 मैं वैदेही ! मन बुद्धि चित अह मिति बिसराई ….( रामचरितमानस ) 👇👇 भाभी माँ ! ये क्या हो गया ? शत्रुघ्न कुमार रो गए …………..और ऐसे रोये मेरे सामनें जैसे अभी तक वो सब दबा हुआ था … Read more