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October 14, 2025 5:58 pm

श्री सीताराम शरणम् मम, भाग 154 भाग1 तथा अध्यात्म पथ प्रदर्शक: Niru Ashra –

Niru Ashra: 🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏🌺भाग1️⃣5️⃣4️⃣ 🌺मै जनक नंदिनी ,,,भाग 1 🌱🌻🌺🌹🌱🥰🌻🌺🌹🌾💐 “वैदेही की आत्मकथा” गतांक से आगे मैं वैदेही ! मेरे श्रीराम के बाल सखा थे ………”विजय” नाम था उनका । पर वो “विजय राघव” ऐसा नाम बोलनें को कहते ……… वो हंस मुख थे…….हर समय विनोद के ही मूड में … Read more

प्यार और व्यापार : Niru Ashra

प्रेम और व्यापार : Niru Ashra “प्रेम कोई व्यापार नहीं, यह तोआत्मा का सौंदर्य है। जहाँ प्रेम होता है,वहाँ न अपेक्षा होती है न अहंकारीसच्चा प्रेम वही है जो बिना कहे समझे,यही प्रेम ईश्वर• तक पहुँचन का सरल मार्ग है। .. प्रेम और व्यापार के विषय में एक बहुत ही गहन और विचारशील दृष्टिकोण प्रस्तुत … Read more