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November 21, 2024 10:52 pm

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 12 – “शुद्ध सात्विकता नगर की खाई है” ) :

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 12 – “शुद्ध सात्विकता नगर की खाई है” ) :

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( प्रेम नगर 12 – “शुद्ध सात्विकता नगर की खाई है” ) “अहेरिव गति: प्रेम्ण: स्वभाव कुटिला भवेद्”। यही है प्रेम का सिद्धांत । “प्रेम सर्प के समान टेढ़ा चलता है “। इसलिये प्रेम मार्ग में चलने वालों को ये याद रखना चाहिए कि ….प्रेम के अपने … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 93 !!-प्रेमीयों की विचित्र अभिलाषाएं भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 93 !!-प्रेमीयों की विचित्र अभिलाषाएं भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 93 !! प्रेमीयों की विचित्र अभिलाषाएंभाग 3 अच्छा ! आप लोगों की अभिलाषा क्या है ? मुक्ति ? मोक्ष ? मैने येसे ही पूछ लिया । वही – ज्ञान के कुछ संस्कार अभी भी गए नही थे मेरे अन्तःकरण से । मुक्ति………ये तो हमें खारी लगती है …………..उद्धव ! मुक्त हो जायेंगीं तो … Read more