श्रीसीतारामशरणम्मम(25-3), भक्त नरसी मेहता चरित (46),“रुक्मिणी का प्रेमपत्र”& श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
🙏🥰 #श्रीसीतारामशरणम्मम 🥰🙏 #मैंजनकनंदिनी…. 2️⃣5️⃣भाग 3 मातासीताकेव्यथाकीआत्मकथा )* 🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 #भवफन्दफेरनहारपुनिपुनि , #स्नेहगाँठजुरावहीं….. 📙( #रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 #मैवैदेही! ……………. कहते तो हैं जहाँ गाँठ होती है वहाँ रस नही होता ……………जैसे गन्नें की गाँठ में रस नही होता ………सम्बंधों में गाँठ पड़ जाए …….तो रस खतम हो जाता है उस सम्बन्ध से ……..पर विचित्र है ये विवाह … Read more