🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(66-1),: श्रीकृष्णकर्णामृत – 112 तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..6️⃣6️⃣भाग 1 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 सुनत जनक आगवनु सब ……..📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! प्रातः ही अपनें अपनें स्थान से सब मन्दाकिनी में स्नान करके हमारी पर्णकुटी में आगये थे । माँ कौशल्या मुझे अपलक देखती रहीं………….. ये क्या चौदह वर्ष तक चलता रहेगा ? … Read more