🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(106-3),“श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा – 12”,श्री भक्तमाल (112),– तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra [] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..1️⃣0️⃣6️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 संचयैर्दिविषदां विमानगैर्विस्मयाकुल-मनोऽभिवीक्षिताम्।तेजसा पिदधतीं सदा दिशो भावये मनसि रामवल्लभाम्।। एक उपाय है दशानन ! वह नन्दी अभी भी वहीं खड़ा था ………..। … Read more