श्रीकृष्णचरितामृतम्-!! “सर्वरूप कन्हैया”- विधि मोह !! भाग 8 : Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! “सर्वरूप कन्हैया”- विधि मोह !! भाग 8 कन्हैया नें मन ही मन कहा – ब्रह्मदेव ! देखो मेरी सृष्टि ! इसमें जीव नही है …..पंचभूतादि का कारण नही है ….कोई कर्म नही है …..न संस्कार हैं …..न प्रारब्ध ……फिर भी देखो ! मेरी सृष्टि ! तुम्हे ये सब चाहिये तब तुम्हारी सृष्टी बनती … Read more