श्रीकृष्णचरितामृतम्-!! उफ़ ! रूप माधुरी वेणु माधुरी !!-भाग 1: Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! उफ़ ! रूप माधुरी वेणु माधुरी !! भाग 1 प्रेम में जलन भी मधुर होता है……तात ! सच ये है ….जैसे गंगा में अपवित्र से अपवित्र नाला भी चला जाए तो पवित्रतम गंगा बन जाती है ……ऐसे ही प्रेम की गंगा में काम क्रोध लोभ मोह अहंकार के कितनें भी गन्दे नाले चले … Read more