श्रीकृष्णचरितामृतम्-!! ऊधो ! तू ना समझे प्रीत – “उद्धव प्रसंग 23” !!-भाग 2 : Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! ऊधो ! तू ना समझे प्रीत – “उद्धव प्रसंग 23” !! भाग 2 मुक्त होनें से पूर्व उस वेश्या नें कहा था ……आशा दुःख का कारण है । इसलिये आशा को त्यागो ! उद्धव नें कथा का सार बता दिया । उद्धव ! हंसी गोपियाँ ………..आशा से ही दुःख प्रकट होते हैं …..ये … Read more