श्रीकृष्णचरितामृतम्-!!”द्वारिका ते पत्र आयो है” – उत्तरश्रीकृष्णचरितामृतम् 58 !!-भाग 2 : Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !!”द्वारिका ते पत्र आयो है” – उत्तरश्रीकृष्णचरितामृतम् 58 !! भाग 2 जीजी ! वो बोला , मेरा वृन्दावन ! मेरे वृन्दावन के लोग ओह ! कितने निस्वार्थ ! जलता है मेरा हृदय यहाँ के येसे लोगों को देखकर , कन्हैया ! तो हो आ ना वृन्दावन ! मिल आना अपने लोगों से । पत्र … Read more