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July 21, 2025 2:27 pm

“श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 23”-( श्रीकृष्ण के हृदय का उमड़ता प्रवाह ):Niru Ashra

“श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 23”-( श्रीकृष्ण के हृदय का उमड़ता प्रवाह ):Niru Ashra

“श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 23” ( श्रीकृष्ण के हृदय का उमड़ता प्रवाह ) गतांक से आगे – राधा ! राधा ! पास के सरोवर जल के छीटें जब श्रीकृष्ण के मुखमण्डल में ललिता ने डाले ….तब कृष्ण को चेत हुआ था …..उन्होंने राधा ! राधा ! पुकारा । हाँ श्याम सुन्दर ! ललिता ने कृष्ण … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 87 !!-जयति ÷ जय “प्रेम”भाग 1: Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 87 !!-जयति ÷ जय “प्रेम”भाग 1: Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 87 !! जयति ÷ जय “प्रेम”भाग 1 उद्धव ! विचार से ज्यादा महत्व, अनुभव का होता है । श्रीराधारानी के मुखारविन्द से ये वाक्य निकले थे । तुम्हारे सखा, स्वामी के सन्देश का यही अर्थ है ना कि – हम सभी वृन्दावन वासी उसे भूल जाएँ …………. पर उद्धव ! ये कहना जितना … Read more