Explore

Search

July 20, 2025 12:24 pm

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान-श्लोक 4 . 7: Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान-श्लोक 4 . 7: Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 7🌹🌹🌹 यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत |अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् || ७ || यदा यदा – जब भी और जहाँ भी; हि – निश्चय ही; धर्मस्य – धर्म की; ग्लानिः – हानि, पतन; भवति – होती है; भारत – हे भारतवंशी; अभ्युत्थानम् – प्रधानता; अधर्मस्य – अधर्म … Read more

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-भूमिका – सखी भाव : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-भूमिका – सखी भाव : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) भूमिका – सखी भाव हे रसिकों ! आज से अगहन मास आरम्भ हो रहा है ….ये विवाहोत्सवों का काल है …उत्सव और उमंग का काल है , गीता में भगवान श्रीकृष्ण स्वयं कहते हैं …हे पार्थ ! मासों में मार्गशीर्ष ( अगहन … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 113 !!-“श्रीराधाभाव” की चर्चा – बलराम जी द्वारा भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 113 !!-“श्रीराधाभाव” की चर्चा – बलराम जी द्वारा भाग 1 : Niru Ashra

🍃🍁🍃🍁🍃 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 113 !! “श्रीराधाभाव” की चर्चा – बलराम जी द्वाराभाग 1 हे वज्रनाभ ! बलराम द्वारिका जानें से पूर्व हस्तिनापुर आये थे ……वैसे वृन्दावन के निकट ही है हस्तिनापुर …..वृन्दावन से हस्तिनापुर बलराम इसलिये आये, क्यों की इन दिनों श्रीकृष्ण यहीं पाण्डवों के साथ रह रहे थे……महर्षि शाण्डिल्य नें ये बात कही । … Read more