!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 142 !!(3),महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (115), श्रीमद्भगवद्गीता & !! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! : Niru Ashra
Niru Ashra: 🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️ !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 142 !! सूर्यग्रहण के दिन…..भाग 3 🌲🌲🌲🌲🌲 अगर तुमनें ऐसा नही किया ………तो मैं कह रही हूँ स्त्री हत्या का पाप हे कृष्ण ! तुम्हारे ऊपर लगेगा …………इतना कहकर चुप हो गयीं थीं ललिता सखी । मन्द मुस्कुराये कृष्ण ……ललिता की बातें सुनकर ……… वाह ! ललिता सखी ! वाह … Read more