!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 143 !!(3),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!,महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (118) & श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra
Niru Ashra: 🌱☘️🌱☘️🌱☘️🌱 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 143 !! कुरुक्षेत्र में प्रेमियों का महाकुम्भभाग 3 🌳🌳🌳🌳🌳 बलराम ……..”मुझे मैया यशोदा से मिलना है” । पर अकेले कैसे जाऊँ ? मेरी मैया मुझ से पूछेगी……तेरी बहू कहाँ है ? रेवती को साथ में लेकर ,मैया यशोदा के पास, बलराम पहुँच गए थे । दुःख होता है आजकल …………….द्वारिका … Read more