श्रीसीतारामशरणम्मम(4-2),: महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (151),!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! & श्रीमद्भगवद्गीता : नीरू आशरा
Niru Ashra: 🙏🥰 #श्रीसीतारामशरणम्मम 🥰🙏 #मैंजनकनंदिनी…. 4️⃣भाग 2 ( #मातासीताकेव्यथाकीआत्मकथा)_🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 #सीतायाचरितम्महत……📙( #वाल्मीकि_रामायण )📙 🙏🙏👇🏼🙏🙏 #मैवैदेही ! ……………._ मेरे पिता इतनें में ही समझ गए थे कि ….ये कोई आत्मज्ञानी नही है । फिर भी उसे तो ये बताना आवश्यक ही था ……..कि तुम्हारी स्थिति अभी आत्मज्ञानी बननें में कई कोसों दूर है ………। अच्छा बताओ … Read more