श्रीसीतारामशरणम्मम(24-2), “अक्रूर का अन्तर्द्वन्द्व“(41),भक्त नरसी मेहता चरित (42) & श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
🙏🥰 श्रीसीतारामशरणम्मम _🥰🙏 #मैंजनकनंदिनी…. 2️⃣4️⃣भाग 2 ( #मातासीताकेव्यथाकीआत्मकथा )_🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 #भयोपानिगहनुबिलोकिबिधिसुरमनुजमुनिआनंदभरे….._ 📙( #रामचरितमानस )📙 🙏🙏👇🏼🙏🙏 #मैवैदेही ! ……………._ फिर मुझे खोजा जाता था ……………और मै ? मै तो कभी दूध मति के किनारे………….तो कभी कमला नदी के किनारे …अपनी सखियों के साथ खेलती रहती थी ………… तब रथ आता ……………और मुझे बड़े आग्रह के साथ उसमें … Read more