🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰(35-3),श्रीकृष्णकर्णामृत – 8 “प्रेमी का लोभ” & श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 #मैंजनकनंदिनी….3️⃣5️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 चौदह बरिस राम वनवासी……📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! आनहु रामहि वेग बुलाई।समाचार तब पूछहु जाई ॥चलेउ सुमंत राउरुख जानी।लखी कुचालि कीन्ह कछु रानी ॥💫🌺💫🌺💫🌺💫🌺💫🌺💫 मन मुस्काहि भानु कुल भानू।राम सहज आनंद निधानू ॥💫💦💫💦💫💦💫💦💫💦💫 नाच उठे थे मेरे … Read more