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November 22, 2024 4:28 am

🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰(35-3),श्रीकृष्णकर्णामृत – 8 “प्रेमी का लोभ” & श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा

🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰(35-3),श्रीकृष्णकर्णामृत – 8 “प्रेमी का लोभ” & श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा

] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 #मैंजनकनंदिनी….3️⃣5️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 चौदह बरिस राम वनवासी……📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! आनहु रामहि वेग बुलाई।समाचार तब पूछहु जाई ॥चलेउ सुमंत राउरुख जानी।लखी कुचालि कीन्ह कछु रानी ॥💫🌺💫🌺💫🌺💫🌺💫🌺💫 मन मुस्काहि भानु कुल भानू।राम सहज आनंद निधानू ॥💫💦💫💦💫💦💫💦💫💦💫 नाच उठे थे मेरे … Read more

योगी महाराज का चश्मा : कुसुमा गिरिधर

योगी महाराज का चश्मा : कुसुमा गिरिधर

🙏🔴बहुत ही सुंदर कथा🙏 एक ब्राह्मण यात्रा करते-करते किसी नगर से गुजरा बड़े-बड़े महल एवं अट्टालिकाओं को देखकर ब्राह्मण भिक्षा माँगने गया किन्तु किसी ने भी उसे दो मुट्ठी अऩ्न नहीं दिया आखिर दोपहर हो गयी ब्राह्मण दुःखी होकर अपने भाग्य को कोसता हुआ जा रहा थाः “कैसा मेरा दुर्भाग्य है इतने बड़े नगर में … Read more