🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏/(48-1),श्रीकृष्णकर्णामृत – 45,श्री भीष्म पितामह 33- & श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 #मैंजनकनंदिनी…. 4️⃣8️⃣भाग 1 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 पद कमल धोई चढ़ाई नाँव …..📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 नाथ आज मैं कहा न पावा …( रामचरितमानस ) “केवट नें कठौते में नई गंगा प्रकट की” । हाँ प्रेमी में एक अलग ही ठसक होती है ………..अपनें प्रियतम की ठसक ……….प्रियतम … Read more