: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(67-1), एक सन्यासी थे…. तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..6️⃣7️⃣भाग 1 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 पुत्री पवित्र किये कुल दोउ………..📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! महाराज विदेहराज पधारे हैं । मैं पर्णकुटी में थी………..जैसे ही मैने सुना मेरे पिता जी आगये ! मैं बाहर आयी ………….तो वट वृक्ष के नीचे मेरे श्रीराम और निषाद … Read more