🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(68-2),“ प्रेमा पुमर्थो महान् “,भक्तमाल कथा👍♦️ तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..6️⃣8️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 दोष देहि जननी जड़ तेहिं…………📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! फिर मेरी और बड़े ध्यान से देखा था उन्होंने …………. तेरी बहन है ना माण्डवी ? मैने सिर झुकाकर कहा …….हाँ माँ । आपकी पुत्रवधू माण्डवी ! नही नही …..मेरी क्या … Read more