🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(81-2)श्री भक्तमाल (040),श्रीमद्भगवद्गीता तथा “मिथिला के भक्त” : नीरु आशरा
🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..8️⃣1️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 नाम सुतीछन रति भगवाना ….📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! पर गुरुदेव ! दक्षिणा तो माँगिये ? जिद्दी है तू तो ! अगस्ति ऋषि चिल्लाये …………………. जा ! जा और मेरे परात्पर परम पुरुष राम को लेकर आ ……….वो आनें वाले … Read more