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August 1, 2025 12:05 pm

:🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(87-3),मिथिला के भक्त – 19,श्री भक्तमाल (057) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा

Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..8️⃣7️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 मैं वैदेही ! हे देवी सीते ! मेरे जीवन की जो साध थी वो पूरी नही हो पाई । क्या साध थी तुम्हारी देवी ! वो उच्च कोटि की तपस्विनी थीं ….मुझसे आकर कुछ कहनें लगीं तो मैने भी … Read more