🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(90-2),मिथिला के भक्त – 27,श्रीमद्भगवद्गीता तथा श्री भक्तमाल (065) : नीरु आशरा
Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..9️⃣0️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 मैं वैदेही ! खर दूषण मोहित हो रहे थे श्रीराम के ऊपर । बहना ! मैं इनको मारकर सृष्टि का सर्वोत्तम सौंदर्य का उदाहण नष्ट नही करना चाहता….तुम जिद्द छोड़ दो …दूषण नें समझाया था । क्यों डर रहे … Read more