🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(90-3),मिथिला के भक्त – 28,: श्री भक्तमाल (066) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..9️⃣0️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 मैं वैदेही ! यही छबि मुझे बार बार याद आती थी ……….लंका में भी युद्ध जब चल रहा था मेरे श्रीराम और रावण का ……..उस समय भी यही मुद्रा, यही छबि …….मुझे याद आती रही ………….। सुना नही क्या … Read more