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February 3, 2025 10:01 am

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(97–2), श्री भक्तमाल (भूमिका-6) (084) તથા श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..9️⃣7️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 आत्मविद्यां त्रयीरूपामुमारूपां नमाम्यहम् ।प्रसादाभिमुखीं लक्ष्मीं क्षीराब्धितनयां शुभाम् ॥ ५॥ गृहस्थ के द्वार पर ज्यादा रुकना सन्यासी के लिये उचित नही है ……मैं जा रहा हूँ ………इतना कहकर वो जानें लगा था । नही ………आप न जाएँ ………….आप बस क्षण … Read more