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March 12, 2025 11:05 am

 श्रीसीताराम शरणम् मम [108-2]“श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा-17”,श्री भक्तमाल (117) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

[] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..1️⃣0️⃣8️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 उद्भवस्थिति संहारकारिणीं क्लेशहारिणीम्।सर्वश्रेयस्करी सीतां नतोऽहं रामवल्लभाम्।। मैं वैदेही ! पर वो ऋषि मुनि वहाँ से हटेंगे नही….रावण के दूत नें ये भी स्पष्ट कहा । अगर वो लोग वहाँ रहना चाहते हैं ….तो “कर” दें ………प्रजा क्या अपनें … Read more