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March 12, 2025 3:54 pm

🙏🥰 श्रीसीताराम बनशरणम् मम 🥰🙏(109-3),“श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा-22”,Hari sharan[] श्री भक्तमाल 122 तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

[] Niru Ashra: “श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा-22” ( पैंयाँ पैंयाँ चलैं कन्हैया ) मैं मधुमंगल ……. अब जौं लीला मैं लिखवे जाय रह्यो हूँ …..बु ‘ऐश्वर्य शून्य’ लीला हैं ….याही लीला कूँ देखवे तौ बड़े बड़े सिद्ध , बड़े बड़े देव सब आय के गोकुल में जम कै बैठ गए हैं ……सम्पूर्ण अस्तित्व परब्रह्म की … Read more