श्री सीताराम शरणम् ममभाग 125(1),”श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा – 66″,
तथा श्री भक्तमाल (167) : नीरु आशरा [] Niru Ashra: 🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏🌺भाग >>>>>>>>1️⃣2️⃣5️⃣🌺मै जनक नंदिनी ,,,भाग 1 🌱🌻🌺🌹🌱🥰🌻🌺🌹🌾💐 प्रथमो अनन्तरूपश्च द्वितीयो लक्ष्मणस्तथा ।तृतीयो बलरामश्च कलौ रामानुजो मुनिः ॥ “वैदेही की आत्मकथा” गतांक से आगे – मैं वैदेही ! रामप्रिया ! अपनें पिता रावण की दशा देखकर मेघनाद क्रोधित हो उठा … Read more