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July 20, 2025 12:53 pm

श्री सीताराम शरणम् मम 125* (3), “श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा – 68”,तथा श्री भक्तमाल (169) : नीरु आशरा

[] Niru Ashra: 🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏🌺भाग >>>>>>>>1️⃣2️⃣5️⃣🌺मै जनक नंदिनी ,,,भाग 3 🌱🌻🌺🌹🌱🥰🌻🌺🌹🌾💐 प्रथमो अनन्तरूपश्च द्वितीयो लक्ष्मणस्तथा ।तृतीयो बलरामश्च कलौ रामानुजो मुनिः ॥ “वैदेही की आत्मकथा” गतांक से आगे – मैं वैदेही ! चारों और रक्त से लथपथ भूमि हो गयी है । नल नील ये भी ……………त्रिजटा बताते बताते दुःखी हो … Read more