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July 1, 2025 1:30 pm

🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏🌺 1️⃣3️⃣1️⃣भाग 1,”प्रश्नोपनिषद”- त्रयोविंशति तथा श्री भक्तमाल (185) : नीरु आशरा

Niru Ashra: 🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏🌺भाग >>>>>>>1️⃣3️⃣1️⃣🌺मै जनक नंदिनी ,,,भाग 1 🌱🌻🌺🌹🌱🥰🌻🌺🌹🌾💐 “वैदेही की आत्मकथा” गतांक से आगे – मैं वैदेही ! दशानन अशोकवाटिका से सीधे गया था अपनें महल में ……..पर वहाँ जाकर ऐसे अपनें आसन में बैठा, जैसे बहुत थक गया हो ……..। पुत्रवधू आई है …………..मन्दोदरी नें सूचना दी … Read more

🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏🌺1️⃣3️⃣0️⃣🌺भाग 3,”प्रश्नोपनिषद”- द्वाविंशति तथा श्री भक्तमाल (184) : नीरु आशरा

Niru Ashra: 🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏🌺भाग >>>>>>>1️⃣3️⃣0️⃣🌺मै जनक नंदिनी ,,,भाग 3 🌱🌻🌺🌹🌱🥰🌻🌺🌹🌾💐 रामनामा सदा खेदभावे दयावान् अतापीनतेजाः रिपौ आनते।कादिमोदासहाता स्वभासा रसामे सुगः रेणुकागात्रजे भूरुमे ॥ ७॥ श्री राम – दुःखियों के प्रति सदैव दयालु, सूर्य की तरह तेजस्वी मगर सहज प्राप्य, देवताओं के सुख में विघ्न डालने वाले राक्षसों के विनाशक – … Read more